मृत्यु से वापसी : नेताजी का रहस्य = Mrityu se Vapsee: Netaji Ka Rehasye
Dhar, Anuj
मृत्यु से वापसी : नेताजी का रहस्य = Mrityu se Vapsee: Netaji Ka Rehasye अनुज धर = Anuj Dhar - New Delhi Manas Publications 2007 - 289p.
मृत्यु से वापसी: नेताजी का रहस्य मुखर्जी जांच आयोग की रिपोर्ट से पहले लिखी गई। लेखक अनुज धर ने 2001 में हिंदुस्तान टाइम्स की खोजी टीम के एक सदस्य के रूप में इस पर काम करना शुरू किया। वह जिस नतीजे पर पहुंचे, बाद में मुखर्जी आयोग भी लगभग उसी निष्कर्ष पर पहुंचा। धर को उन के पत्रकार होने का लाभ था। जिस की वजह से वह सुभाष चंद्र बोस के रहस्य के बारे में सत्य की खोज के लिए अधिक आजादी से यहां-वहां जा कर खोज कर सकते थे। इस जीवंत व सशक्त पुस्तक में अपनी बात को उन्होंने बहुत कुशलता से रखा है। इस में उन्होंने "भारत के सब से बड़े छिपाए गए रहस्य" पर से परत दर परत पर्दा उठाया है। भूले-बिसरे तथ्यों और गोपनीय दस्तावेजों से मिले छिपे तथ्यों को आपस में गुंफित कर के लेखक ने बोस की मृत्यु के सरकारी बयान को नकारा और फिर उस से बहुत आगे निकल गए।
9788170493341 Rs.295.00
Nationalists
Statesmen
India.
Bose, Subhas Chandra, 1897-1945
954.035092 / DHA
मृत्यु से वापसी : नेताजी का रहस्य = Mrityu se Vapsee: Netaji Ka Rehasye अनुज धर = Anuj Dhar - New Delhi Manas Publications 2007 - 289p.
मृत्यु से वापसी: नेताजी का रहस्य मुखर्जी जांच आयोग की रिपोर्ट से पहले लिखी गई। लेखक अनुज धर ने 2001 में हिंदुस्तान टाइम्स की खोजी टीम के एक सदस्य के रूप में इस पर काम करना शुरू किया। वह जिस नतीजे पर पहुंचे, बाद में मुखर्जी आयोग भी लगभग उसी निष्कर्ष पर पहुंचा। धर को उन के पत्रकार होने का लाभ था। जिस की वजह से वह सुभाष चंद्र बोस के रहस्य के बारे में सत्य की खोज के लिए अधिक आजादी से यहां-वहां जा कर खोज कर सकते थे। इस जीवंत व सशक्त पुस्तक में अपनी बात को उन्होंने बहुत कुशलता से रखा है। इस में उन्होंने "भारत के सब से बड़े छिपाए गए रहस्य" पर से परत दर परत पर्दा उठाया है। भूले-बिसरे तथ्यों और गोपनीय दस्तावेजों से मिले छिपे तथ्यों को आपस में गुंफित कर के लेखक ने बोस की मृत्यु के सरकारी बयान को नकारा और फिर उस से बहुत आगे निकल गए।
9788170493341 Rs.295.00
Nationalists
Statesmen
India.
Bose, Subhas Chandra, 1897-1945
954.035092 / DHA